Hindi

एंज़ाइटी डिसऑर्डर को कम कैसे करें? | Tips to Cope with Anxiety in Hindi | Aditi Patkar

#AnxietyDisorder #HindiHealthTips हम सभी चिंता और तनाव से ज़रूर गुज़रते हैं फिर चाहे वो एग्ज़ाम्स के दौरान हो, इंटरव्यू या फिर किसी ख़तरे का अंदेशा होने पर। चिंता करना भी बाकी इमोशंस की तरह ही एक इमोशन है लेकिन ज़्यादा चिंता करना आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। इसलिए, आप इस तरह के सिचुएशन्स में रिलैक्सेशन टेक्नीक्स अपनाकर अपनी चिंता और घबराहट को कैसे कर सकते हैं कम, बता रही हैं मनोविज्ञानी अदिति पाटकर। इस वीडियो में है, क्या एंज़ाइटी एक तरह का इमोशन है? (0:00) एंज़ाइटी के लक्षण कैसे होते हैं? (1:05) चिंता के समय कैसे काम करता है आपका सिस्टम? (2:14) किस तरह के रिलैक्सेशन टेक्निक अपनाएं? (5:57) क्या रिलैक्सेशन टेक्नीक्स फ़ौरन काम करते हैं? (10:39) एंज़ाइटी कम करने के लिए कौन से व्यायाम करें? (12:43) कितनी बार करें ये एक्सरसाइज़? (15:54) अपने लिए कैसे चुनें बेहतर रिलैक्सेशन टेक्निक (17:23) We all go through anxiety and stress whether it is during exams, interviews, or any other worrisome situations. Anxiety is also an emotion like other emotions, but worrying too much may not be good for your health. So, is there anything we can do to cope with Anxiety? Can you calm yourself down by adopting some relaxation techniques? Let's know more from Aditi Patkar, a Psychologist. In this Video, Is Anxiety a type of emotion? in Hindi (0:00) What are the symptoms of Anxiety? in Hindi (1:05) How does your system work in times of Anxiety? in Hindi (2:14) What kind of relaxation techniques should be adopted? in Hindi (5:57) Do relaxation techniques work quickly? in Hindi (10:39) What exercises should be done to reduce Anxiety? in Hindi (12:43) How many times should you do these exercises? in Hindi (15:54) How to choose the best relaxation technique for you? in Hindi (17:23) Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

आंखों में स्टाई – क्या करें? | Stye in Eyelid (Aankhon me Funsi) in Hindi | Dr Anuj Singhal

#AskSwasthyaPlus #EyeCare #HindiHealthTips अपने स्वास्थ्य से जुड़े सवाल हमसे कमेंट सेक्शन में पूछें। इसका जवाब हम वीडियो के जरिए देने की कोशिश करेंगे। कभी-कभी आंखों की पलकों में फुंसी हो जाती है जिसे स्टाई कहा जाता है। वैसे तो ये फुंसी खुद ही पक कर फूट जाती है लेकिन अगर ये ना फटे तो बहुत दर्द होता है, साथ ही आंखों को भी नुकसान हो सकता है। स्टाई के उपचार के बारे में बता रहे हैं डॉ अनुज सिंघल। Stye is a painful lump near the edge of the eyelid that looks like a pimple. A stye can develop due to an infection in the glands of our eyelids. What is a stye and how common is it? Let's know more from Dr Anuj Singhal, an Ophthalmologist. Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

आँखों से पानी आये तो क्या करें? | Watery eyes (epiphora) in Hindi | Dr Saurabh Gangwar

#AskSwasthyaPlus #WateryEye #HindiHealthTips अपने स्वास्थ्य से जुड़े सवाल हमसे कमेंट सेक्शन में पूछें। इसका जवाब हम वीडियो के जरिए देने की कोशिश करेंगे। आँखों में पानी आने के बहुत से कारण हो सकते हैं, ज्यादातर लोगों में लगातार आँखों से पानी आना, किसी ना किसी संक्रमण के कारण भी हो सकता है। आमतौर पर आँखों की नली बंद होने के कारण भी ये हो सकता है। ये आंसू नलिकाएं आंसू नहीं पैदा करती हैं, बल्कि आंसू बहा ले जाते हैं। तो आँखों से पानी आना को बंद कैसे करें? आईये डॉ सौरभ गंगवार से इस्के बारे में जानते हैं। Watery eyes can be due to many factors and conditions. In infants, persistent watery eyes, often with some matter, are commonly the result of blocked tear ducts. The tear ducts don't produce tears, but rather carry away tears. Let's know more about this from Dr Saurabh Gangwar, an Ophthalmologist. Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

क्या हैं 6 इन 1 वैक्सीन के फ़ायदे? | Benefits of 6 in 1 Vaccine, in Hindi | Dr Shashank Trivedi

#6in1Vaccine #HindiHealthTips जन्म के बाद ख़तरनाक बीमारियों से बचाव के लिए बच्चों को कई तरह के टीके लगाए जाते हैं। ये टीके बच्चों को अलग अलग समय पर लगाए जाते हैं। भारत में इन टीकों को कुछ कॉम्बिनेशन में एक साथ लगाया जाता है। इसी में एक कड़ी जुड़ती है 6 इन 1 वैक्सीन की जो कि एक हेक्सावैलेंट यानि छह टीकों का समूह है जिसे अलग अलग लगाने की बजाय एक ही टीके के रूप में लगाया जाता है। कैसे काम करता है ये टीका? किन ख़तरनाक रोगों के ख़िलाफ़ लड़ती है ये वैक्सीन और क्या हैं इसके फ़ायदे, बता रहे हैं डॉ शशांक त्रिवेदी। इस वीडियो में है, 6 इन 1 वैक्सीन क्या है? (0:00) क्या इस वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं? (0:58) किस उम्र के बच्चों को लगाया जाता है टीका? (2:35) अगर टीके लग चुके हैं तो क्या दोबारा वैक्सीन लगाने की ज़रूरत है? (3:16) किन ख़तरनाक बीमारियों के ख़िलाफ़ काम करती है वैक्सीन? (4:10) Babies must be inoculated right after their birth as they can be susceptible to various health conditions While, the vaccines are given at different age intervals, in India we now have combination vaccines available- 6 in 1, a hexavalent vaccine is a combination of six vaccines, administered as a single shot to fight against six diseases. How does this work? What are its benefits? Let’s know from Dr Shashank Trivedi, Paediatrician. In this Video, What is 6 in 1 Vaccine? in Hindi (0:00) Can this vaccine cause side effects? in Hindi (0:58) At what age children are vaccinated? in Hindi (2:35) Is there a need of six in one vaccine if the child has already been vaccinated? in Hindi (3:16) Against which dangerous diseases does the vaccine work? in Hindi (4:10) Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

हेलमेट से बालों का झड़ना कैसे रोकें? | Does Wearing a Helmet Cause Hair Loss? | Dr Pranshu Mishra

#AskSwasthyaPlus #HairCare #HindiHealthTips नियमित रूप से हेलमेट पहनने की कारण से बाल झड़ सकते हैं। यदि आप लंबे समय तक हेलमेट पहनते हैं, तो इससे पसीने का निर्माण हो सकता है, जिसके परिणामस्वरूप आपके स्कैल्प पर बैक्टीरिया हो सकता है। खराब गुणवत्ता वाली सामग्री से बने हेलमेट अधिक पसीना पैदा कर सकते हैं जिससे फंगल संक्रमण हो सकता है। हेलमेट से बालों का झड़ना कैसे रोकें? त्वचा विशेषज्ञ डॉ प्रांशु मिश्रा से जानते हैं की इस से कैसे बचा जा सकता है। Regular use of helmets may lead to hair fall. Prolonged use of helmets can cause bacteria to grow on your scalp due to sweat. Helmets of bad quality can cause you to perspire more leading to fungal infections. How can you prevent hair fall caused by wearing helmets? Let's know more from Dr Pranshu Mishra, Dermatologist. Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

किडनी, पेशाब की थैली या नली में स्टोन्स | Laparoscopic Surgery for Kidney Stones | Dr Nirupam Sinha

#LaparoscopicSurgery #HindiHealthTips किडनी, पेशाब की थैली या पेशाब की नली, इन तीनों ही जगह कहीं भी पथरी हो सकती है और इस स्थिति में मरीज़ को पेशाब से जुड़ी कई तरह की समस्याएं होती हैं। हालांकि, इन स्टोन्स को निकालने के लिए आज लैप्रोस्कोपिक सर्जरी जैसी एडवांस टेक्नोलॉजी मौजूद है जिससे मरीज़ को काफ़ी कम परेशानी में ही इस समस्या से छुटकारा मिल जाता है। वहीं, समय रहते इलाज न कराने से किडनी पूरी तरह से ख़राब हो सकती है। रीनल, यूरेट्रिक और ब्लेडर स्टोन्स निकालने के लिए लेप्रोस्कोपिक सर्जरी कैसे है फ़ायदेमंद और मरीज़ को किन बातों का रखना चाहिए ध्यान, बता रहे हैं डॉ निरूपम सिन्हा। इस वीडियो में है, किडनी, पेशाब की थैली और नली में स्टोन्स से होने वाली तकलीफ़ें (0:00) किडनी, पेशाब की नली और थैली में पथरी होने के क्या कारण हैं? (3:09) परीक्षण से किन दिक्कतों का पता लगाया जाता है? (4:54) कितने बड़े स्टोन्स के लिए सर्जरी की ज़रूरत पड़ती है? (6:36) इलाज में देरी से किडनी ख़राब होने का है ख़तरा (8:44) एडवांस टेक्नोलॉजी की मदद से किडनी स्टोन की सर्जरी है आसान (10:01) सर्जरी के बाद मरीज़ों को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए? (13:00) Stones in the kidney, bladder, or the urinary tract are very common these days. This causes the patient to encounter several problems related to urination. However, today, removal of these stones is no longer a tough job for the doctors because of the advanced technology of laparoscopic surgery. If not treated in time, it can even damage your kidneys. How is laparoscopic surgery done for the removal of renal, ureteric, and bladder stones, is it a favorable method? What should you keep in mind? Let’s know from Dr Nirupam Sinha, a general surgeon. In this Video, What kind of problems arises due to stones in the kidney, ureter and bladder? in Hindi (0:00) What causes stones in the kidney, ureter, and bladder? in Hindi (3:09) How is it diagnosed? in Hindi (4:54) For which size of stones is surgery needed? in Hindi (6:36) Delay in treatment can cause severe damage to kidney, in Hindi (8:44) Laparoscopic surgery is best for the removal of stones, in Hindi (10:01) What precautions should patients take after surgery? in Hindi (13:00) Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

जांघों में रैशेज़ | Heat Rashes/ Jock Itch in Hindi | Symptoms & Prevention | Dr Prabha Singh

#HeatRashes #HindiHealthTips गर्मियों में लोगों को पसीना आता है और इसके कारण आपके शरीर के कई हिस्से जैसे जांघ, सूख नहीं पाते क्योंकि इनमें हवा का आवागमन नहीं हो पाता। ऐसे में इन हिस्सों में रैशेज़ देखें जाते हैं। ये रैशेज़ आगे जाकर घाव की शक्ल भी ले लेते हैं इसलिए इनका उचित समय पर इलाज ज़रूरी है। ग्रोइन एरिया में होने वाली इस समस्या से कैसे पाएं छुटकारा, बता रही हैं डॉ प्रभा सिंह। People sweat a lot in summers and due to this many parts of your body, like the groin area, unable to receive air, develop rashes. It is important to treat these rashes as they can be very painful and leave sores. How to get rid of rashes in the groin area? How to treat heat rashes? Let’s know more from Dr Prabha Singh, Aesthetic & Laser Consultant. Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

गर्मी में फंगल इंफेक्शन: कैसे करें बचाओ? | Fungal Infections in Summer (Hindi) | Dr Prabha Singh

#FungleInfection #HindiHealthTips त्वचा पर रैशेस, दाने, फोड़े- फुंसियां, लाल चकत्ते बनना, खुजली होना वगैरह ऐसी समस्याएं हैं जिनका कारण है फंगल इंफेक्शन। फंगल इंफेक्शन यूं तो ऐसी जगह पनपते हैं जहाँ वातावरण में उमस भरी हो लेकिन इसके अलावा, हाइजीन मेंटेन ना करने पर भी फंगस का संक्रमण देखा जाता है। साथ ही कहीं आप फंगल इन्फेक्शन को बढ़ावा तो नहीं दे रहे हैं क्योंकि कई तरह के केमिकल्स युक्त उत्पाद का इस्तेमाल करने से त्वचा सेंसेटिव हो जाती है जिसके कारण इन्फेक्शन का ख़तरा भी बढ़ जाता है। फंगल इंफेक्शन को कैसे रोकें और कैसे रखें अपनी त्वचा का ध्यान? बता रही हैं डॉ प्रभा सिंह। Rashes, boils, pimples, itching, etc. on your skin can be caused due to fungal infections. Fungus generally thrives in humid and unhygienic environments making you vulnerable to fungal infections if given attention. Also, excessive use of chemical products can make your skin sensitive, increasing the risk of infection. How to prevent fungal infections and how should you take care of your skin? Let’s know more from Dr Prabha Singh, Aesthetic & Laser Consultant. Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

गर्मियों में कैसे रोकें बालों का झड़ना? | Tips To Tackle Hair Fall in Summer | Dr Prabha Singh

#SummerHairfall #HindiHealthTips मॉनसून में बालों का झड़ना आम है लेकिन क्या आप जानते हैं कि गर्मियों में भी कई लोगों को हेयर फॉल की समस्या हो जाती है जबकि गर्मियों का मौसम बालों की ग्रोथ के लिए अच्छा माना जाता है। फिर भला गर्मियों में किन कारणों से हेयर फॉल हो सकता है और आप कैसे करें उमस भरी गर्मी में अपने बालों की देखभाल, बता रही हैं डॉ प्रभा सिंह। Hair fall is common in monsoons but many people experience hair fall in summers. Although summers are believed to be good for hair growth, that may not be the case. So, what causes hair to fall in summers and how should you take care of your hair in the humid atmosphere? Let’s know more from Dr Prabha Singh, Aesthetic & Laser Consultant. Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

बच्चों मे क्रोध: क्या है वजह? | Aggressive Behavior in Toddlers (Hindi) | Snehha Mishrra

#ChildCare #HindiHealthTips बढ़ते हुए बच्चों में शारीरिक बदलावों के साथ उनके नेचर में भी तरह तरह के परिवर्तन देखने को मिलते हैं। कुछ बच्चों में गुस्सा, चीखना, चिल्लाना और बुरा बर्ताव करना जैसी आदतें ज़्यादा देखी जाती हैं जिसके पीछे बहुत से कारण हो सकते हैं। क्या आप भी अपने बच्चे के क्रोध की वजह से परेशान हैं? क्या आप उन्हें नहीं समझा पा रहे हैं? क्या आप उनमें बदलाव लाने के लिए वाकई किसी की मदद ढूंढ रहे हैं? तो इस वीडियो ऐसे माता पिता को बच्चों के एग्रेसिव नेचर होने के कारण और इलाज के बारे में बता रही हैं डॉ स्नेहा। इस वीडियो में है, बच्चों के एग्रेसिव नेचर को कैसे पहचानें? (0:00) बच्चों के एग्रेसिव होने के पीछे क्या है वजह? (1:24) माता पिता बच्चे को कैसे समझाएं? (3:12) किसकी मदद लें सकते हैं पेरेंट्स? (7:09) मनोचिकित्सक से मदद लेने के लिए बच्चे और पेरेंट्स हों तैयार (9:19) अपने ट्रिगर प्वाइंट्स को समझें माता पिता (11:14) While we see many physical changes in children, there are also changes in their behavior and nature. We often notice their anger and disrespectful nature manifest into screaming, and this happens for many reasons. Are you also worried about your child's aggressive nature? Are you unable to make them understand? Are you looking for professional help? Let's know more from Psychotherapist Snehha Mishrra, who is telling us about what makes children aggressive and what can parents do about it. In this Video, How to recognize the aggressive nature of your child? in Hindi (0:00) What is the reason behind children becoming aggressive? in Hindi (1:24) How should parents make them understand? in Hindi (3:12) From whom can parents take help? in Hindi (7:09) Children and parents should be ready to seek help from a psychiatrist, in Hindi (9:19) Parents should also identify their trigger points, in Hindi (11:14) Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

कोई डिप्रेशन में हो तो कैसे करें मदद? | Helping Someone with Depression in Hindi | Mamta Jain

#Depression #HindiHealthTips क्या आप किसी ऐसे इंसान को जानते हैं जो डिप्रेशन यानि अवसाद से जूझ रहा हो? क्या आप उसकी मदद तो करना चाहते हैं लेकिन क्या करें, कैसे करें?, इसके बारे में आपको जानकारी नहीं है। डिप्रेशन होने से आप कमज़ोर नहीं हो जाते। किसी भी शारीरिक बीमारी की तरह डिप्रेशन को भी लोगों और समाज के साथ की ज़रूरत है। डिप्रेशन से ग्रस्त लोगों को आपकी सहानुभूति नहीं बल्कि ‌ उन्हें समझने की ज़रूरत है। यह सिर्फ़ एक मानसिक बीमारी नहीं है बल्कि यह आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है। इस वीडियो में जानिए मनोवैज्ञानिक ममता जैन से कि डिप्रेशन से गुज़र रहे किसी व्यक्ति की आप कैसे कर सकते हैं मदद। इस वीडियो में है, सामने वाले के डिप्रेशन को कैसे पहचानें? (0:00) डिप्रेस्ड व्यक्ति की मदद कौन और कैसे कर सकता है? (2:44) सहानुभूति नहीं, सहयोग करने की है ज़रूरत (6:10) डिप्रेशन के अलग अलग स्टेज में क्या होती है मरीज़ की मनोदशा? (7:48) सहायता की सीमा कहां तक होनी चाहिए? (9:42) डिप्रेशन से बचने के लिए क्या करें? (11:00) Do you know someone dealing with depression? Having depression does not make you weak. Depression, like any physical illness or disease, needs social support. People with depression don’t need your sympathy, they need you to understand them. It isn’t just a mental illness as it also impacts your overall health. Know how you can help and support someone going through depression from Mamta Jain, a psychologist. In this Video, How to understand the symptoms of depression in anyone? in Hindi (0:00) How and who can help a depressed individual? in Hindi (2:44) Your cooperation is needed instead of sympathy, in Hindi (6:10) What is the mental state of the patient in different stages of depression? in Hindi (7:48) What should be the extent of help by someone? in Hindi (9:42) Can you prevent depression? in Hindi (11:00) Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

क्या है हेल्थ एंजाइटी? | Health Anxiety: What Does it Mean? in Hindi | Dr Akanksha Shankar

#HealthAnxiety #HindiHealthTips अपने स्वास्थ्य के बारे में भला कौन नहीं सोचता। अपने आप को ठीक रखने के लिए हम सभी अपना पूरा ध्यान रखते हैं। पर क्या आप अपनी हेल्थ को लेकर इतनी ज़्यादा फिक्र करते हैं कि हमेशा इस बारे में ही सोचते रहते हैं? क्या स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक चिंता करना किसी तरह के मानसिक रोग में बदल सकता है? क्या सचमुच हेल्थ एंजाइटी जैसी कोई चीज़ होती है, बता रही हैं डॉ आकांक्षा शंकर। Everybody thinks about their health at some point and also tries to take care of it. But do you worry about your health to the extent that you are thinking about it all day? Is constant worry about health a mental illness? Is there really something like health anxiety? Let’s know more from Akanksha Shankar, a psychiatrist. Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

पीठ दर्द से परेशान? जानिए इसकी वजह | Back Pain: How to Avoid? in Hindi | Shubham Omer

#BackPainRelief #HindiHealthTips दिनभर की भागदौड़ के बाद अक्सर लोगों को पीठ दर्द की शिकायत होती है। लेकिन कभी कभी ये दर्द बहुत ही असहनीय हो जाता है। पीठ के दर्द से कैसे पाएं छुटकारा और कैसे करें बैक केयर, बता रहे हैं डॉ शुभम ओमेर। इस वीडियो में है, क्या करने पर पीठ दर्द से बच सकते हैं? (0:00) क्या युवाओं को भी बैक केयर की ज़रूरत है? (1:35) पीठ दर्द की समस्या किनमें अधिक देखने को मिलती है? (3:14) क्या है उठने, बैठने और सोने का तरीक़ा? (4:42) लोअर बैक की देखभाल कैसे करें? (6:14) डॉक्टर से कब मिलें? (7:33) डेली रूटीन में क्या क्या करें? (9:19) People often complain of back pain. But sometimes this pain becomes unbearable and you need to take care of it. How to get relief from back pain? How do you keep your back healthy? Let's know more from Shubham Omer, Consultant Physiotherapist. In this Video, What can be done to avoid back pain? in Hindi (0:00) Do the youth need to take care of their back? in Hindi (1:35) Who is more prone to back pain? in Hindi (3:14) What is the right way to stand, sit and sleep? in Hindi (4:42) How to take care of the lower back? in Hindi (6:14) When to see the doctor? in Hindi (7:33) What to do in your daily routine? in Hindi (9:19) Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

क्रोनिक किडनी डिज़ीज़ क्या होता है? | Chronic Kidney Disease (CKD) in Hindi | Dr Ishwar Ram Dhayal

#ChronicKidneyDisease #HindiHealthTips समय के साथ साथ किडनी का इतना कमज़ोर हो जाना कि वह अपने फंक्शन को ठीक तरह से न कर पाए तो इसे क्रॉनिक किडनी डिज़ीज़ कहा जाता है। क्रॉनिक किडनी डिज़ीज़ कई कारणों से हो सकता है और इसके कई प्रकार हैं। क्या क्रोनिक किडनी डिज़ीज़ के मरीज़ों को डायलिसिस पर भी जाना पड़ सकता है और कैसे होता है इसका इलाज बता रहे हैं डॉ ईश्वर राम। इस वीडियो में है, क्रोनिक किडनी डिज़ीज़ (CKD) क्या होता है? (0:00) CKD के कारण किडनी के काम करने में कितना फ़र्क आता है? (1:57) क्या मरीज़ को डायलिसिस की ज़रूरत पड़ सकती है? (3:37) क्रोनिक किडनी डिज़ीज़ को कैसे मैनेज करें? (4:23) खाने पीने में क्या और कितना लें? (5:41) किन चीज़ों से पूरी तरह करें परहेज़? (6:20) किन चीज़ों से बढ़ती है किडनी से संबंधित परेशानियां? (7:06) क्या किडनी रोग जेनेटिक भी होते हैं? (9:27) With time, the kidneys can become weak disrupting their function and leading to chronic kidney disease. Chronic kidney disease occurs for many reasons and there are different types. So, what are its types? What are the main causes of chronic kidney disease? Can chronic kidney disease be cured? Do you need kidney dialysis? Let's know more from Dr Ishwar Ram Dhayal, Urologist. In this Video, What is Chronic Kidney Disease (CKD)? in Hindi (0:00) How does CKD affect the functioning of the kidney? in Hindi (1:57) Does the patient need dialysis? in Hindi (3:37) How to Manage Chronic Kidney Disease? in Hindi (4:23) How much should you eat and drink? in Hindi (5:41) What should be avoided completely? in Hindi (6:20) Which things can increase kidney related problems? in Hindi (7:06) Are kidney diseases also genetic? in Hindi (9:27) Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

माइग्रेन में बार बार पेन किलर लेना क्या ठीक है? | Migraine & Pain killer in Hindi | Dr Ritwiz Bihari

#Migraine #HindiHealthTips माइग्रेन का दर्द इतना भयंकर होता है कि मानों सिर फट जाए। इसके अलावा, मरीज़ों को उल्टी तक हो जाती है। माइग्रेन का दर्द बढ़ जाए तो इससे व्यक्ति के कामकाज पर असर पड़ता है। इस दर्द से बचने के लिए लोग अक्सर पेन किलर लेते हैं। लेकिन क्या बार बार पेन किलर का इस्तेमाल करना सही है और माइग्रेन के दर्द में क्या कोई घरेलू उपाय भी किए जा सकते हैं? बता रहे हैं डॉ ऋत्विज बिहारी। The migraine pain can be so unbearable sometimes that people can even vomit. Due to the throbbing pain, people find it difficult to do their daily chores and work. To overcome this pain, people often take painkillers. But is it right to use pain killers frequently? Is there anything you can do other than taking painkillers to get relief from migraine headaches? Let's know more from Dr Ritwiz Bihari, Neurologist. Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

पेशाब की अनियमितता | Urinary Incontinence in Hindi | Causes & Prevention | Dr Nitesh Kumar

#urinaryincontinence #hindihealthtips ना चाहते हुए भी पेशाब हो जाना, बार बार कपड़े भीग जाना, भारी सामान उठाते समय या छींकते और खांसते समय पेशाब की कुछ बूंदें निकल जाना जैसी दिक्कतों को यूरिनरी इन्कॉन्टिनेंस कहा जाता है। पेशाब की ये अनियमितता ना सिर्फ़ व्यक्ति को शारीरिक रूप से परेशान करती हैं बल्कि शर्मिंदगी की वजह भी बन जाती हैं। यूरीनरी इनकॉन्टिनेंस के कारण और इलाज के बारे में बता रहे हैं डॉ नितेश कुमार। इस वीडियो में है, यूरीनरी इनकॉन्टिनेंस किस प्रकार की परेशानी है? (0:00) कितने तरह की होती है पेशाब की अनियमितता? (0:29) पेशाब ना रुक पाने या लीकेज के कौन से कारण हैं? (2:25) क्या ये ज़्यादातर बुजुर्गों को होता है? (6:17) क्या हैं पेशाब ना रोक पाने की क्षमता के संकेत? (7:30) किन किन तरीक़ों से होता है इलाज? (11:16) Urinary Incontinence refers to uncontrollable urine leaks or irregularities in passing urine. It includes passing urine without an urge to, wetting your clothes frequently, urine leaks while lifting something heavy or while sneezing and coughing. It’s a common problem experienced by everybody irrespective of their gender, and also has psychological implications on individuals with urinary incontinence. It can be an embarrassing situation to be in, especially around people. What causes urine incontinence? How can you overcome it? Let's know more from Dr Nitesh Kumar, Urologist & Renal Transplant Surgeon. In this Video, What type of problem is urinary incontinence? in Hindi (0:00) Types of urinary Incontinence, in Hindi (0:29) Causes of leakage of urine, in Hindi (2:25) Does it happen mostly to the elder people? in Hindi (6:17) What are the signs of inability to hold urine? in Hindi (7:30) In what ways is the treatment done? in Hindi (11:16) Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

बच्चों के स्किन इंफेक्शन और सनबर्न | Skin Infection & Sunburn in children (Hindi)| Dr Tanvi Vaidya

#BabySkinCare #HindiHealthTips बच्चों की त्वचा बेहद नाज़ुक होती है। साथ ही उनमें इम्युनिटी डेवलप न होने के कारण इन्फेक्शन और सनबर्न का ख़तरा ज़्यादा होता है जिससे उनकी कोमल त्वचा को नुकसान पहुंचता है। ऐसे में ज़रूरी है कि उनकी त्वचा की नमी बरकरार रखें और इन्फेक्शन से भी सुरक्षित रखें। बच्चों की कैसे करनी चाहिए स्किन केयर, बता रहीं हैं डॉ तन्वी वैद्या। इस वीडियो में है, क्यों ज़रूरी है बच्चों की स्किन केयर? (0:00) क्या करें, क्या ना करें? (1:37) कौन से घरेलू उपाय कर सकते हैं? (4:47) किस तरह नए प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें? (6:19) मौसम के हिसाब से करें स्किन केयर (7:09) Children's skin is very sensitive. Also, they are more prone to infections and sunburn as their immunity is still developing, which can damage their tender skin. It is important to maintain the moisture of their skin and also keep it safe from infections. How should you take care of your baby's skin? Let's know more from Dr Tanvi Vaidya, Dermatologist. In this Video, Why is baby skincare important? in Hindi (0:00) Do's and Don'ts, in Hindi (1:37) Which home remedies can be used? in Hindi (4:47) How to use new products? in Hindi (6:19) Skincare according to the season, in Hindi (7:09) Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

कैसे मिटेगा माइग्रेन का दर्द? | Migraine Headache: Signs & Treatment in Hindi | Dr Ritwiz Bihari

#Migraine #HindiHealthTips आंकड़े बताते हैं कि विश्व में लगभग 50 प्रतिशत लोगों को कभी न कभी माइग्रेन का दर्द ज़रूर होता है। ये एक ऐसा सिर दर्द है जो सिर के आधे हिस्से में महसूस होता है और इसके कई कारण हो सकते हैं। क्या आप भी माइग्रेन के दर्द से परेशान हैं और जानना चाहते है इसका इलाज? आम सिरदर्द से कैसे अलग है माइग्रेन और क्या हैं इसके लक्षण, बता रहे हैं डॉ ऋत्विज बिहारी। इस वीडियो में है, कितनी देर तक रह सकता है माइग्रेन का दर्द? (0:00) क्या सिर के किसी ख़ास हिस्से में होता है माइग्रेन का दर्द? (0:29) आम सिर दर्द से कैसे अलग है माइग्रेन? (1:20) माइग्रेन होने का क्या कारण है? (3:36) इलाज कैसे होता है? ठीक होने में कितना समय लगता है? (4:22) ठीक होने के बाद फिर परेशान कर सकता है माइग्रेन? (6:15) क्या खानपान और जीवनशैली में बदलाव से मिलती है मदद? (7:43) क्या माइग्रेन के मरीज़ों को भीड़भाड़ से बचना चाहिए? (11:23) Almost 50 percent of the world’s population experiences migraine at some point. This is a headache that is felt on one side of the head and there can be many reasons for this. Are you also troubled by migraines and want to know its treatment? How is the pain of a migraine different from a common headache and what are its symptoms? Let's know more from Dr Ritwiz Bihari, Neurologist. In this Video, How long can migraine pain last? in Hindi (0:00) Does the pain occur in any particular part of the head? in Hindi (0:29) How is migraine different from a common headache? in Hindi (1:20) What causes migraine? in Hindi (3:36) How is the treatment done? How long does it take to recover? in Hindi (4:22) Can migraine bother you again after treatment? in Hindi (6:15) Can dietary habits and lifestyle changes help? in Hindi (7:43) Should migraine patients avoid overcrowded places? in Hindi (11:23) Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

गर्भावस्था में किस तरह रखें त्वचा का ख़्याल? | Skin Care During Pregnancy in Hindi | Dr Tanvi Vaidya

#SkinCare #HindiHealthTips गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के अंदर कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं। इन हार्मोनल बदलाव के कारण त्वचा से जुड़ी कई समस्याएं भी देखी जाती हैं जैसे पिगमेंटेशन, रैशेज, ड्राइनस वगैरह। इसके अलावा, स्ट्रेच मार्क्स और बालों का झड़ना भी आम है। क्या गर्भावस्था में आपकी त्वचा को चाहिए अधिक देखभाल और स्किन केयर के लिए किस तरह के प्रोडक्ट्स का करें इस्तेमाल, बता रहीं हैं डॉ तनवी वैद्या डर्मोटोलॉजिस्ट। इस वीडियो में है, प्रेग्नेंसी में त्वचा से जुड़ीं कौन सी समस्याएं हो सकती हैं? (0:00) इन समस्याओं के क्या कारण हैं? (2:03) किस तरह रखें त्वचा का ख़्याल? (2:56) स्ट्रेच मार्क्स कैसे और क्यों बनते हैं? (5:52) स्ट्रेच मार्क्स होने से कैसे रोकें? (7:05) क्या प्रेग्नेंसी में केमिकल प्रोडक्ट्स इस्तेमाल नहीं करने चाहिए? (8:24) डिलीवरी के बाद क्यों देखा जाता है बालों का झड़ना? (10:02) During pregnancy, there are many hormonal changes in the body. These hormonal changes trigger skin related problems such as rashes, pigmentation, stretch marks, and even hair fall. This is why your skin needs more care during pregnancy. So, what kind of skincare products should you use or avoid? Let's know more from Dr Tanvi Vaidya, Dermatologist. In this Video, What are the possible skin problems during pregnancy? in Hindi (0:00) What causes these problems? in Hindi (2:03) How to take care of the skin? in Hindi (2:56) How and why do you get stretch marks? in Hindi (5:52) How to prevent getting stretch marks? in Hindi (7:05) Are chemical products safe during pregnancy? in Hindi (8:24) Why is hair loss seen after delivery? in Hindi (10:02) Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

थायरॉइड फंक्शनिंग के लिए डाइट | Is Dieting Helpful in Managing Thyroid? in Hindi | Shweta Shah

#Thyroid #HindiHealthTips एक अच्छी डाइट और लाइफ स्टाइल आपको थायरॉइड जैसी बीमारी को मैनेज करने में काफ़ी मददगार साबित हो सकती है। हाइपोथायरॉइडिज़्म और हाइपरथायरॉइडिज़्म दोनों के ही मैनेजमेंट के लिए किस तरह की डाइट करें फॉलो, साथ ही नींद और व्यायाम का क्या है रोल, इस वीडियो में बता रही हैं श्वेता शाह, डाइटिशियन। इस वीडियो में है, क्या थायरॉइड कंट्रोल करने में डाइटिंग मददगार है? (0:00) हाइपोथायरायडिज़्म के मरीज़ों के लिए डाइट प्लान (1:01) थायरॉइड फंक्शनिंग के लिए क्या ज़रूरी है? (2:34) हाइपरथायराइडिज्म होने पर क्या खाएं, क्या नहीं खाएं? (4:15) थायरॉइड मैनेज करने के लिए कितने समय तक फॉलो करें डाइट? (6:33) क्या अच्छी डाइट से बंद हो सकती हैं दवाइयां? (7:47) डाइट के अलावा व्यायाम और नींद भी है ज़रूरी (9:03) A healthy diet and lifestyle can prove to be very helpful in managing thyroid. In this video, Shweta Shah, Dietician, tells what kind of diet to follow for the management of both hypothyroidism and hyperthyroidism, as well as what is the role of sleep and exercise for proper thyroid functioning. In this Video, Is dieting helpful in managing thyroid? in Hindi (0:00) Diet plan for patients with Hypothyroidism, in Hindi (1:01) What is important for thyroid functioning? in Hindi (2:34) What to eat, what not to eat if you have hyperthyroidism? in Hindi (4:15) How long you should follow the diet to manage your thyroid? in Hindi (6:33) Can dosage of medicines decrease by dieting? in Hindi (7:47) Apart from dieting, exercise and sleep are also important, in Hindi (9:03) Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

समझें दांतों की आम समस्याओं का हल | Common Dental Myths in Hindi | Dr Khushbu Agrawal

#DentalCare #HindiHealthTips दांतों से जुड़ी समस्याएं अक्सर हमें परेशान करती हैं फिर चाहे प्लाक जमना हो, कीड़े लगना, दर्द या फिर मुँह की बदबू। यही नहीं, दांतों को लेकर लोगों में कई तरह की ग़लतफ़हमियां भी मौजूद हैं। इस वीडियो में डॉ खुशबू अग्रवाल बता रहीं हैं दांतों से जुड़ीं आम समस्याओं का हल। इस वीडियो में है, डेंटल चेकअप के लिए कब जाएं? (0:00) ब्रशिंग के अलावा क्यों ज़रूरी है फ्लोसिंग और माउथवॉश? (1:37) दांतों को टूटने से बचाएं (3:10) क्या सफ़ाई करवाने से दांत कमज़ोर हो जाते हैं? (4:12) कब से शुरू करें दांतों की सफ़ाई? (6:00) क्या सभी को प्रोफेश्नल क्लीनिंग कराना ज़रूरी है? (7:41) क्या एक दांत निकालने पर दूसरे दांत भी हिलने लगते हैं? (8:48) क्या दांतों की समस्या के पीछे जेनेटिक कारण भी हैं? (9:30) We face various dental problems such as plaque accumulation, cavities, tooth pain, or bad breath. Not only this, there are many misconceptions about the mouth, teeth, and their cleaning. Let's know more from Orthodontist Dr Khushboo Aggarwal. In this Video, When to go for a dental checkup? in Hindi (0:00) Why are flossing and mouthwash important? in Hindi (1:37) Prevent teeth from breaking, in Hindi (3:10) Does getting your teeth cleaned make them weak? in Hindi (4:12) When to start cleaning your teeth? in Hindi (6:00) Is it necessary for everyone to get professional cleaning? in Hindi (7:41) Removal of any one tooth makes the other teeth weak. Is it true? in Hindi (8:48) Are there any genetic reasons behind dental problems? in Hindi (9:30) Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

क्या सुबह का नाश्ता छोड़ सकते हैं? | What Happens if We Skip Breakfast? in Hindi | Rashmi Pandey

#FoodandNutrition #HindiHealthTips सुबह सुबह काम पर जाने की जल्दी में कई लोग ब्रेकफ़ास्ट पर ध्यान नहीं देते। कुछ लोग तो सुबह का नाश्ता बिल्कुल ही छोड़ देते हैं या फिर ठीक ढंग से नहीं करते जबकि दिनभर काम करने के लिए हमें सुबह के समय सबसे ज़्यादा एनर्जी की ज़रूरत पड़ती है। क्या ब्रेकफ़ास्ट छोड़ने पर हमारे शरीर को नुकसान होता है और क्या ये कई बीमारियों को भी न्योता देता है, बता रही हैं डाइटिशियन रश्मि पांडेय। Breakfast is considered the most important meal but is it true? Many of you skip breakfast for various reasons, either due to the hurry of going to work or for reducing weight. It is also important to have something in the morning in order to function throughout the day. Is skipping breakfast okay or does it have any counter impact on your body? Let’s know from Dietician Rashmi Pandey. Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

क्या वहम मानसिक बीमारी है? कैसे निकलें बाहर? | Delusional Disorder in Hindi | Dr Prashant Shukla

#DelusionalDisorder #HindiHealthTips हर बात पर वहम होना या शक करना कोई सामान्य बात नहीं बल्कि एक तरह का मानसिक रोग है। हम सभी कुछ बातों को लेकर शक जताते हैं और कभी कभी मनगढ़ंत बातें भी सोचते हैं लेकिन जब यह सामान्य से कहीं ज़्यादा बढ़कर हमारे जीवन को प्रभावित करने लगे तो ये एक बीमारी का रूप ले लेती है। भ्रम या वहम की बीमारी क्या है? इसके लक्षण कैसे होते हैं और इस पर कैसे काबू पाया जा सकता है, बता रहे हैं डॉ प्रशान्त शुक्ला। इस वीडियो में है, भ्रम की बीमारी में क्या होता है? (0:00) कितने तरह का होता है वहम? (0:52) वहम होने के क्या कारण हैं? (2:11) भ्रम होने पर व्यक्ति में क्या लक्षण दिखते हैं? (3:39) क्या वहम को ख़त्म करने का इलाज है? (4:27) वहम से होने वाली जटिलताएं (8:39) क्या इस मानसिक रोग को होने से रोका जा सकता है? (10:38) मनोरोग विशेषज्ञ से कब मिलें? (12:50) Being delusional is not a normal thing but a type of mental condition. We all have doubts about some things and sometimes even mix up things but when it starts affecting our life more than usual, it needs attention. What is a delusional condition? What are its symptoms and how can it be controlled? Let's know more from Dr Prashant Shukla, Psychiatrist. In this Video, What is meant by delusional disease? in Hindi (0:00) What are the types of delusional disease? in Hindi (0:52) Causes of delusional disease, in Hindi (2:11) What are the symptoms seen in a person having delusions? in Hindi (3:39) How is delusional disease treated? in Hindi (4:27) Complications caused by delusions, in Hindi (8:39) Can we prevent this problem? in Hindi (10:38) When to seek a psychiatrist? in Hindi (12:50) Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!

ज़्यादा खर्राटें, बीमारी तो नहीं | Does Snoring Mean Health Problem? in Hindi | Dr HP Singh

#Snoring #HindiHealthTips सोते समय खर्राटें लेना बहुत ही आम बात है और हर किसी को कभी ना कभी थोड़े बहुत खर्राटें आते ही हैं। लेकिन अगर खर्राटों से आपकी नींद में खलल पड़ रही हो तो इसका मतलब है कि ये खर्राटें सामान्य नहीं बल्कि उससे ज़्यादा है। आपको खर्राटें आते ही क्यों है और कब बन सकते हैं ये एक गंभीर बात, बता रहे हैं डॉ एचपी सिंह। इस वीडियो में है, क्यों आते हैं आपको खर्राटें? (0:00) क्या खर्राटें लेने का मतलब है अच्छी नींद आना? (1:20) खर्राटों से व्यक्ति पर क्या असर पड़ता है? (2:05) इलाज द्वारा खर्राटों को कैसे बंद कर सकते हैं? (3:43) खर्राटें कब बन सकते हैं गंभीर? (6:58) खर्राटें रोकने के लिए क्या करें? (8:09) Snoring while sleeping is very common for some people that they never take it seriously. But if it is disturbing your sleep and affecting your concentration then it means that the snoring is not normal but more than that. What causes excessive snoring and when it can become a serious matter, Dr HP Singh, ENT Surgeon. In this Video, Why do you snore? in Hindi (0:00) Does snoring mean a good sleep? in Hindi (1:20) What effect does snoring have on a person? in Hindi (2:05) How can I stop snoring by treatment? in Hindi (3:43) How to prevent snoring? in Hindi (6:58) When can snoring become a serious matter? in Hindi (8:09) Subscribe Now & Live a Healthy Life! स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क अपने दर्शकों को चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है। स्वास्थ्य प्लस नेटवर्क पर उपलब्ध वीडियो/सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यह डॉक्टर/स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा दिए जाने वाले निर्णय का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य संबंधी मामलों के लिए सदैव किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। Swasthya Plus Network does not provide medical advice. Content on Swasthya Plus Network is for informational purposes only, and is not a substitute for the professional judgment of a doctor/health professional. Always seek the advice of a qualified health professional for your health concerns. स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म 'स्वास्थ्य प्लस' से जुड़ने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल (https://www.youtube.com/SwasthyaPlusHindi) को सब्सक्राइब करें। नए वीडियो की नोटिफिकेशन पाने के लिए बेल आइकॉन पर क्लिक करें। For requesting contact details of doctors - please message Swasthya Plus on Facebook: www.facebook.com/SwasthyaPlusHindi). For feedback and business inquiries/ organise a doctor interview, contact Swasthya Plus Hindi at [email protected] Swasthya Plus Hindi, the leading destination serving in India for Health Tips in Hindi on health, hygiene, nutrition, lifestyle, and more!